जिले में एक साथ आधा दर्जन जंगलों में लगी आग, वन विभाग को लाखों रुपये का नुकसान
पोल खोल न्यूज़ | हमीरपुर
हिमाचल प्रदेश के जिला मुख्यालय हमीरपुर से सटे जंगल मंगलवार को दिनभर दहकते रहे। हीरानगर, एनआईटी, कोट, डांगक्वाली, खसग्रां हर तरफ जंगलों में दिनभर वन संपदा राख होती रही। कोट में पीएचसी की छत, हीरानगर में जलशक्ति विभाग का पंप हाउस जल गया। आग को बुझाने के लिए दमकल विभाग की गाड़ियां दिनभर इन जंगलों की डटी रही। इस दौरान दमकल विभाग की गाड़ी भी चारों ओर लगी आग से सड़क में फंस गई। हालांकि, बाद में गाड़ी को सुरक्षित निकाल लिया गया। जंगल की आग डीसी हमीरपुर के हीरानगर स्थित सरकारी आवास के भीतर तक पहुंच गई। यहां समय रहते आग पर काबू पा लिया गया।
बता दें कि पिछले कई दिन से जिलाभर के जंगलों में आग लगने का सिलसिला जारी है। अब तक जिले में आग की 166 घटनाओं में 1592 हेक्टेयर एरिया जलकर राख हो गया है। जंगलों में आग की घटनाओं में हमीरपुर जिला प्रदेशभर में दूसरे स्थान पर है। मंगलवार को जिला में एक साथ तीन जंगलों में आग लगने से वन विभाग को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। सुबह के समय हमीर होटल के साथ स्थित पूर्व सैनिक निदेशालय कार्यालय परिसर के साथ जंगल में एकाएक आग लग गई। एक घंटे तक कड़ी मशक्कत के बाद दमकल विभाग के कर्मचारियों ने आग पर काबू पाया। वहीं, दोपहर अढ़ाई बजे हीरानगर के पास जंगल में लगी आग से जल शक्ति विभाग का पंप हाउस जलकर राख हो गया। आग लगने से पंप हाउस के तार एवं बिजली उपकरण जल गए।
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शहर में दो दिन तक पेयजल संकट की आशंका
आग से जले पंप हाउस के कारण हमीरपुर में आगामी एक-दो दिन बाधित पेयजल आपूर्ति बाधित रहेगी। जलशक्ति विभाग के हमीरपुर उपमंडल के सहायक अभियंता राकेश सोनी ने सभी शहरवासियों से इस दौरान पानी का उपयोग आवश्यकता के अनुसार ही करने तथा जल शक्ति विभाग का सहयोग करने का आग्रह किया। उधर, पंप हाउस के साथ लगी आग के कारण उपायुक्त परिसर और सर्किट हाउस परिसर में भी लाखों रुपये की संपदा जलकर राख हो गई। दमकल विभाग के कर्मचारियों ने तीन घंटे तक कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
वहीं, अघार वन परिक्षेत्र के अधीन आने वाले त्रिलोकपुर (बडैहर) के जंगल में मंगलवार को शरारती तत्वों ने आग लगा दी। इससे लाखों की वन संपदा राख हो गई। हवा चलने से आग चीड़ की पत्तियों से सुलगती हुई पूरे जंगल में फैल गई। स्थानीय लोगों कुलदीप चंद, राकेश कुमार, राजेश कुमार, मेहर सिंह ने कहा कि कुछेक शरारती तत्व प्रतिदिन जंगलों में आग लगा रहे हैं। इससे वन संपदा के साथ पर्यावरण प्रदूषण भी हो रहा है। वन विभाग के वन रक्षक शुभम शर्मा ने कहा कि यदि कोई आग लगाता पकड़ा जाएगा तो उसके खिलाफ वन अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया जाएगा।
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गांव को आग से बचाने के लिए रातभर ग्रामीणों ने की मशक्कत
हमीरपुर के भोरंज उपमंडल की ग्राम पंचायत लुद्दर महादेव के गांव झंडवीं चांगरियां में आग लगने से लोगों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है। जानकारी के मुताबिक सोमवार देर रात अचानक गांव के पास आग लगने से पूरे गांव में दहशत का माहौल देखने को मिला हैं। आग लगते ही स्थानीय गांव के निवासी जगदेव चंद ठाकुर ने पहले अग्निशमन विभाग हमीरपुर के कार्यालय के नंबर पर फोन कर सूचना दी । उसके बाद हमीरपुर में तैनात कर्मचारी ने भोरंज अग्निशमन विभाग के दूरभाष नंबर पर संपर्क करने को कहा गया। उसके बाद भोरंज अग्निशमन विभाग को गांव में लगी आग को लेकर सूचित किया लेकिन अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों व अधिकारियों की सुस्ती के चलते पूरे गांव के लोगों को रात भर आग काबू पाने के लिए मशक्कत करनी पड़ी।
विभाग के कर्मचारी दो घंटे के बाद गांव के पास सड़क पर पहुंचे और कहा कि हमारी गाड़ी में तो पानी तक नहीं है। गांव के राकेश कुमार ने उन्हें कहा कि आप पानी का पाइप गांव की ओर बिछा दें और पानी की टंकिया भर दें तो शीघ्र आग पर काबू पाया जा सकता है। लेकिन, सूट-बूट और बेल्ट लगाकर आग बुझाने के लिए आए विभाग के कर्मचारी सड़क से लौट गए। जिला अग्निशमन विभाग के अधिकारी राजिंद्र चौधरी ने कहा कि पूरे मामले की जांच करवाई जाएगी ।