
एमफिल के विद्यार्थियों को डिग्री पूरी करने का मिलेगा मौका
पोल खोल न्यूज़ | शिमला
एमफिल के विद्यार्थियों के लिए राहत भरी खबर है। जो विद्यार्थी अपनी डिग्री पूरी नहीं कर पाए हैं, उन्हें एक मौका मिलेगा। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की कार्यकारिणी परिषद (ईसी) की बैठक में ऐसे छात्र-छात्राओं के लिए एक अतिरिक्त अवसर प्रदान करने के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान की गई। शुक्रवार को विवि में कुलपति प्रो. एसपी बंसल की अध्यक्षता में बैठक हुई। ईसी ने यूजीसी के दिशा-निर्देशों के अनुसार मानव संसाधन विकास केंद्र (एचआरडीसी) का नाम बदलकर मदन मोहन मालवीय टीचर्स ट्रेनिंग सेंटर (एमएमटीसी) किए जाने को मंजूरी दी।
बैठक में जरूरतमंद छात्रों के लिए वित्तीय सहायता दिए जाने को चलाई जा रही छात्र सहायता फंड कार्यक्रम के तहत आईआरडीपी व बीपीएल छात्रों को दी जाने वाली सहायता राशि में एक हजार की वृद्धि कर इसे दो से तीन हजार करने को स्वीकृति दी गई है। बैठक में अनाथ विद्यार्थियों के लिए मुख्यमंत्री सुख आश्रय योजना के तहत छात्र और छात्रा छात्रावासों में आठ सीटें आरक्षित करने और निशुल्क ठहरने की व्यवस्था के प्रस्ताव को भी मंजूर किया गया है। इन आरक्षित की जाने वाली सीटों में दो सीटें पीएचडी शोधार्थियों को आवंटित की जाएंगी। इनमें एक छात्र और एक छात्रा को, जबकि छह अन्य सीटों को स्नातकोत्तर छात्रों के लिए आरक्षित रखकर छात्रावास आवंटित किए जाएंगे।
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इनमें तीन सीटें छात्रों और तीन सीटें छात्राओं के लिए रहेंगी। कार्यकारिणी परिषद ने छात्रों की मांग और सुविधा को ध्यान में रखते हुए दो नई बसों को खरीदने के प्रस्ताव को मंजूर कर दिया है। बैठक में इलेक्ट्रिक बसों को खरीदने पर चर्चा की गई। इस पर विवि प्रशासन विचार कर फैसला अलग से लेगा। इस अवसर पर प्रो. राजिन्द्र वर्मा प्रति कुलपति, शहरी विधायक हरीश जनारथा, रोहित जमवाल विशेष सचिव (वित्त), डॉ. हरीश कुमार कुमार, अतिरिक्त निदेशक (उच्चतर शिक्षा ), प्रो. डीडी शर्मा, प्रो. अरविंद कालिया, प्रो. नीलिमा कंवर, प्रो. संजय सिंधु, प्रो. प्रशांत गौतम, विवि के कुलसचिव डॉ. विरेन्द्र शर्मा, डॉ. बृज शर्मा, डॉ. विकास सिंह और कर्मचारियों में चुनकर ईसी सदस्य बने गीता राम बैठक में उपस्थित रहे।