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पेयजल योजना बमसन-लगवालती में बढ़ा 14 लाख लीटर अतिरिक्त पानी
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भोरंज के 153 गांवों को प्रोजेक्ट से मिलने लगा 60 से 65 लाख लीटर पानी
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नलों में अब दूसरे-तीसरे दिन पानी आने से भोरंज में कम हुआ पेयजल संकट
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पानी की उपलब्धता होने पर जल शक्ति विभाग ने गांवों से हटाए पानी के टैंकर
पोल खोल न्यूज़ | हमीरपुर
हिमाचल प्रदेश की पहली कंप्यूटरीकृत पेयजल योजना मेवा-बमसन लगवालती (प्रोजेक्ट) के जल शक्ति विभाग मंडल भोरंज के अधीन आने से गांवों में पेयजल संकट की समस्या कम होने लगी है। भोरंज विधानसभा के 153 गांवों को अब 60 से 65 लाख लीटर पानी प्रोजेक्ट से हर रोज मिलना शुरू हो गया है। इसके अलावा जल जीवन मिशन के तहत बनी लगवालती-बमसन योजना से भी अतिरिक्त 14 लाख लीटर पानी अवाहदेवी टैंक में डाला जा रहा है। इससे भोरंज विधानसभा क्षेत्र के गांवों में पेयजल संकट की समस्या कम होने लगी है और लोगों को चौथे-पांचवें दिन की जगह दूसरे-तीसरे दिन पानी की सप्लाई होने लगी है।
इससे ग्रामीणों की गर्मी के मौसम पेयजल संकट की समस्या कम हुई है। जल शक्ति विभाग जल जीवन मिशन के तहत बनी पेयजल योजना लगवालती-बमसन के 14 लाख लीटर पानी में से तीन लाख लीटर लदरौर उपमंडल और 11 लाख लीटर भोरंज उपमंडल के उपभोक्ताओं को दिया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि जब मेवा-बमसन लगवालती प्रोजेक्ट जल शक्ति विभाग उप मंडल ऊहल के अधीन था तो भोरंज क्षेत्र को मुश्किल से 40 से 45 लाख लीटर पानी ही मिल रहा था।
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अब प्रोजेक्ट के मुख्य ओवर हेड टैंक अवाहदेवी में पानी की बढ़ोतरी होने से विभागीय अधिकारियों ने राहत की सांस ली है। पानी के बढ़ने से विभाग के टैंकरों से पानी की सप्लाई भी बंद कर दी है। जल शक्ति विभाग मंडल भोरंज के अधिशासी अभियंता प्रदीप चड्ढा ने कहा कि प्रोजेक्ट के पानी में काफी वृद्धि हुई है। इससे अब भोरंज विधानसभा क्षेत्र के गांवों में पानी का संकट कम हुआ है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया है कि एक माह तक निर्माण कार्य बंद रखें ताकि पानी के समस्या न हो।