बालिका वाटिका एवं शहीद स्मारक को लिया गया गोद…. विजय बहल की प्रेरणादायक पहल
रजनीश शर्मा | हमीरपुर
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला, टौणी देवी में पूर्व छात्र एवं स्थानीय समाजसेवी विजय बहल ने विद्यालय में स्थापित कारगिल शहीद स्मारक को गोद लिया है। यह सराहनीय कदम हिमाचल प्रदेश सरकार की स्कूल एडॉप्शन स्कीम के अंतर्गत उठाया गया, जिसका उद्देश्य पूर्व छात्रों को अपने विद्यालय से जोड़ना और उसमें योगदान देना है। इस पहल के अंतर्गत विद्यालय प्रांगण में शहीद स्मारक के निकट एक आकर्षक लॉन तैयार किया गया है। प्रधानाचार्य रजनीश रांगड़ा के मार्गदर्शन में इस बालिका वाटिका का निर्माण खेल मैदान के साथ किया गया है। विजय बहल ने शहीद स्मारक के सुधार कार्यों में योगदान दिया और उस पर ग्रेनाइट लगवाने का खर्च वहन किया, जिसकी अनुमानित लागत लगभग 35,000 रुपये है।
इस प्रयास से विद्यालय का वातावरण सौंदर्यपूर्ण हुआ है और विद्यार्थियों में अपने क्षेत्र के शहीदों के प्रति सम्मान की भावना भी जागृत हुई है। यह शहीद स्मारक क्षेत्र के उन वीरों की स्मृति में स्थापित किया गया है जिन्होंने कारगिल युद्ध के दौरान देश की सेवा में सर्वोच्च बलिदान दिया। इस योगदान से विद्यार्थियों को देश के प्रति समर्पण और बलिदान का महत्व समझने का अवसर मिलेगा और यह स्मारक बच्चों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा, जो उन्हें अपने वीर सैनिकों की गौरवशाली गाथाओं से जोड़ने में सहायक सिद्ध होगा।
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प्रधानाचार्य ने विजय बहल के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनका यह योगदान समाज में सकारात्मक संदेश देगा। उनके अनुसार, इस पहल से समाज में सहयोग और जुड़ाव की भावना को बल मिलेगा, विशेष रूप से उन पूर्व छात्रों को प्रेरणा मिलेगी जिन्होंने इसी विद्यालय में शिक्षा प्राप्त की है। सरकार की स्कूल एडॉप्शन स्कीम का उद्देश्य भी यही है कि समाज के हर व्यक्ति, विशेषकर पूर्व छात्रों, को विद्यालय से जोड़कर उसमें सुधार के कार्यों में योगदान देने के लिए प्रेरित किया जाए।
इस अवसर पर विजय बहल ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि विद्यालय से उनका जुड़ाव पुराना है, और इस स्मारक को गोद लेना उनके लिए गर्व की बात है। उन्होंने बताया कि यह स्मारक क्षेत्र के शहीदों के प्रति उनकी श्रद्धांजलि है, और वे चाहते हैं कि आने वाली पीढ़ियाँ इन वीरों से प्रेरणा लें। इस प्रकार के प्रयासों से बच्चों में देशभक्ति की भावना का विकास होगा और यह उनके चरित्र निर्माण में सहायक सिद्ध होगा।इस अवसर पर सतीश, सुरेश, कृष्ण, अदिति, सहित सभी अध्यापक एवं बच्चे उपस्थित रहे।