
स्काउटिंग: अनुशासन, भाईचारा, एकता एवं देशप्रेम की भावना का संवाहक
रजनीश शर्मा | हमीरपुर
22 फरवरी को विश्व चिंतन दिवस पूरी दुनिया के गर्ल स्काउट्स, गर्ल गाइड्स और अन्य स्काउट समूहों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर होता है। यह दिवस बॉय स्काउट्स के संस्थापक लॉर्ड बैडेन-पॉवेल और उनकी पत्नी लेडी ओलेव बैडेन-पॉवेल के जन्मदिन पर मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य समाज में जागरूकता फैलाना और लोगों की चिंताओं को समझकर उन्हें समाधान प्रदान करना है। इस वर्ष का थीम “हमारी कहानी” रखा गया है, जो एक समावेशी एवं टिकाऊ दुनिया के निर्माण की आवश्यकता को रेखांकित करता है।
यह विषय आत्ममंथन और साझा अनुभवों पर आधारित है, जो हमें समाज, संस्कृति, इतिहास और वैश्विक विकास के पहलुओं पर चिंतन करने को प्रेरित करता है। यह थीम हमें अपने मूल्यों, संघर्षों, सफलताओं और सीखों को पहचानने के साथ-साथ भविष्य की दिशा तय करने में भी सहायक सिद्ध होगी।
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स्काउटिंग की स्थापना को अब एक सदी से अधिक हो चुका है, लेकिन इसकी उपयोगिता आज भी 216 देशों में महसूस की जाती है। यह केवल एक गतिविधि नहीं, बल्कि एक जीवनशैली है, जो अनुशासन, सेवा, साहस और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देती है। बैडेन-पॉवेल सिर्फ एक सैनिक नहीं थे, बल्कि एक संत समान व्यक्तित्व के धनी थे, जो युद्धकाल में भी घायल सैनिकों की सेवा में तत्पर रहते थे। उनकी यही भावना आज भी स्काउट गाइड्स के माध्यम से जीवंत बनी हुई है। स्काउटिंग का मिशन समाज में भाईचारा, एकता और देशप्रेम की भावना को विकसित करना है।
इसी संदर्भ में, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला (उत्कृष्ट) टौणी देवी के स्काउट्स एवं गाइड्स ने स्काउटिंग के सिद्धांतों को अपनाने और समृद्ध समाज निर्माण में योगदान देने का संकल्प लिया। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री रजनीश रांगड़ा ने बताया कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में स्काउटिंग की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। स्काउट्स न केवल दूसरों की सहायता करते हैं, बल्कि समाज में फैली कुरीतियों जैसे नशा निवारण के प्रति भी जागरूकता फैलाने का कार्य करते हैं। स्काउटिंग केवल एक संगठन नहीं, बल्कि एक आदर्श जीवनशैली है, जो युवाओं को नेतृत्व, अनुशासन और सेवा का पाठ पढ़ाती है। इसके माध्यम से युवा पीढ़ी सामाजिक उत्तरदायित्व समझने के साथ-साथ देशहित में अपना योगदान देने के लिए भी प्रेरित होती है। स्काउटिंग का मूल उद्देश्य न केवल एक कुशल नागरिक का निर्माण करना है, बल्कि ऐसे व्यक्तित्व का निर्माण करना है, जो समाज को प्रगति की दिशा में अग्रसर कर सके। उन्होंने बताया कि स्काउटिंग के माध्यम से विद्यार्थियों को विभिन्न मंचों पर अपनी प्रतिभा निखारने का उत्कृष्ट अवसर मिलता है। इस दौरान स्काउट्स ने स्कार्फ बांधने, वेळचा गाँठ, डॉक्टरी गाँठ, रस्सी के सिरों को सुरक्षित करने जैसी उपयोगी गतिविधियों का अभ्यास किया।
गाइड कप्तान कुसुम लता ने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि स्काउटिंग में कौशल विकास और व्यक्तित्व निर्माण की अपार संभावनाएँ हैं। यह आत्मनिर्भरता की भावना विकसित करने के साथ-साथ सर्वधर्म समभाव और निस्वार्थ सेवा का मार्ग भी प्रशस्त करता है। उन्होंने स्काउटिंग को जीवन जीने की कला बताया, जो व्यक्ति को सहयोग और परोपकार के लिए प्रेरित करता है। इस अवसर पर स्काउट मास्टर मनोज एवं गाइड कैप्टेन कविता सहित अन्य अध्यापक उपस्थित रहे।