
नहीं रहे अब बारी गांव के हरबंस सिंह चौहान, लोगों के सुख दुःख के साथी को खोने पर इलाके की हर आंख हुई नम
रजनीश शर्मा । हमीरपुर
बारी गांव के हरबंस सिंह चौहान अब हमारे बीच नहीं रहे। लोगों के सुख दुःख के हमेशा साथी रहे स्वर्गीय हरबंस सिंह चौहान के निधन पर इलाके की हर आंख नम हुई। सोमवार को बारी स्थित मोक्षधाम में उनके बेटे पवन (लवली) ने मुखाग्नि प्रदान की। इस मौके पर इनके भाइयों प्रीतम और अश्वनी ने भी अंतिम विदाई दी। इस मौके पर पंडित संजीव शर्मा ने स्वर्गीय हरबंस सिंह चौहान की समाजसेवा को याद करते हुए उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। सामूहिक प्रार्थना में वैदिक मंत्रों के उच्चारण के बीच दो मिनट का मौन रखा गया ।
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हरबंस सिंह चौहान का जन्म बारी में 10 अप्रैल , 1960 को हुआ। वह पढ़ाई के बाद फौज में भर्ती हो गए। करीब 24 साल फौज की नौकरी के बाद उन्होंने घर पहुंच समाजसेवा को अपना मिशन बनाया। सामाजिक कार्यों में अग्रणीय भूमिका में नजर आते थे। बारी के शिव मंदिर तथा मोक्षधाम के प्रति उनका योगदान अविस्मरणीय रहेगा। उनके सामाजिक कार्यों को देखते हुए क्षेत्र के प्रमुख मीडिया चैनल ने उन्हें बेस्ट सोशल वर्कर अवॉर्ड से सम्मानित किया था। उनकी अंतिम विदाई के लिए दूर दूर से उन्हें जानने वाले, रिश्तेदार, संबंधी मोक्षधाम बारी पहुंचे हुए थे।