
गाड़ियों का नंबर बदलकर चल रहा था ओवरलोडिंग का धंधा, काटा ₹3 लाख का चालान
पोल खोल न्यूज़ | सिरमौर
हिमाचल प्रदेश के जिला सिरमौर में इन दिनों एक तरह से वाहनों की नंबर प्लेट बदलकर और आए दिन नए-नए पैंतरे अपनाकर ओवरलोडिंग का सिंडिकेट सक्रिय दिखाई दे रहा है, ताकि डंपरों, टिप्परों में क्षमता से अधिक खनन सामग्री ढोकर चांदी कूटी जा सके। लेकिन सिरमौर आरटीओ सोना चंदेल ने एक बार फिर ऐसे ही एक और मामले का खुलासा किया है, जिसमें दो वाहनों की नंबर प्लेट्स एक दूसरे से बदली गई थी।
वहीं, आरटीओ सिरमौर सोना चंदेल ने कहा कि नंबर प्लेट्स को बदला जाना गंभीर विषय है। पिछले 3 दिनों में नंबर प्लेटस बदलने के दोनों मामलों का हवाला देकर एसपी सिरमौर को पत्र लिख इस सिलसिले में उचित कार्रवाई करने का आग्रह किया गया है। ओवरलोडिंग को किसी भी सूरत में सहन नहीं किया जाएगा, विभाग की ऐसे वाहनों पर लगातार नजर है।
मिली जानकारी के मुताबिक एक संचालक ने अपने टिप्पर से उसकी बॉडी को उतार रखा था, ताकि ओवरलोडिंग को अंजाम दिया जा सके, लेकिन ओवरलोडिंग का यह पैंतरा भी आरटीओ अधिकारी के आगे फेल हो गया। आरटीओ और उनकी टीम को देख दोनों वाहन चालक वाहन छोड़े जंगल में फरार हो गए, लेकिन टीम इन पर नजर बनाए हुई थी। इन दोनों वाहन संचालकों पर आरटीओ ने करीब 3 लाख रुपए का जुर्माना किया।
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बता दें कि आरटीओ सोना चंदेल के नेतृत्व में क्षेत्रीय परिवहन विभाग की टीम रूटीन चेकिंग के लिए नेशनल हाईवे-07 पर मौजूद थी। इसी बीच जुड्डा का जोहड़ में टीम की नजर दो टिप्परों पर पड़ी। ये दोनों टिप्पर हरियाणा नंबर के थे, जो नाहन की तरफ आ रहे थे। मौके पर पाया गया कि बिना बॉडी का एक टिप्पर केबिन चेसिस के साथ एक अन्य टिप्पर को टोचन (लिफ्ट) कर ले जा रहा था। टीम को देख दोनों ही वाहनों के चालक मौके से जंगल में फरार हो गए। बताया जा रहा है कि इसमें से एक चालक को भागते समय छलांग लगाने के दौरान चोटें भी आई है।
इसके बाद टीम ने संबंधित वाहनों के चेसिस नंबरों से उनके सही नंबरों की जांच की, तो सामने आया कि दोनों ने अपने वाहन नंबरों की प्लेट्स को एक दूसरे से बदल रखा था। यानी केबिन चेसिस का नंबर बजरी से लदे टिप्पर में लगाया गया था और टिप्पर का नंबर केबिन चेसिस में लगा था। इतना ही नहीं जांच करने पर केबिन चेसिस से पिछले 5-7 दिनों की धर्म कांटे पर माल ढुलाई से संबंधित पर्चियां भी बरामद की, जिसमें पाया गया कि इस केबिन चेसिस ने भी पिछले 5 दिनों में क्षमता से अधिक खनन सामग्री को ढोया है।
इससे यह बात सामने आई कि जानबूझकर केबन चेसिस टिप्पर से उसकी बॉडी को हटाया गया था, ताकि इस नए पैंतरे से ओवरलोडिंग को अंजाम दिया जा सके। इस पर टीम ने वाहन के चेसिस नंबर से संबंधित वाहन का सही नंबर पता लगाकर इसके संचालक पर पिछले 5 दिनों में की गई ओवरलोडिंग पर 2.12 लाख रुपये का जुर्माना लगाया। उक्त टिप्पर में इन 5 दिनों में कुल 42 टन क्षमता से अधिक खनन सामग्री ढोयी गई।
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यह कार्रवाई कर परिवहन विभाग की टीम मौके पर संबंधित दोनों चालकों पर नजर बनाए हुए थी। इसी बीच कुछ समय बाद बजरी से लदे टिप्पर का जंगल में फरार हुआ चालक मौके पर पहुंचा और अपने टिप्पर को कालाअंब की तरफ दौड़ा ले गया। टीम ने तुरंत इसकी सूचना कालाअंब में विभागीय टीम को दी, जिसके बाद मौके पर उसे दबोच लिया गया। धर्म कांटे पर वजन करने पर इस टिप्पर में भी 10 टन बजरी अधिक निकली। लिहाजा संबंधित टिप्पर संचालक का चालान कर मौके पर ही ₹89,000 का जुर्माना वसूल गया। इससे यह बात भी साबित हो गई कि इस टिप्पर में ऐसी कोई तकनीकी तकनीकी खराब नहीं थी, जिसे केबिन चेसिस टिप्पर टोचन कर ले जा रहा था। मतलब साफ है कि यह सारा खेल ओवरलोडिंग को लेकर खेला जा रहा था।
आपको बता दें कि दो दिन पूर्व भी आरटीओ सोना चंदेल ने बोहलियों क्षेत्र में हाईवे पर दौड़ रहे दो डंपरों को भी पकड़ा था। हरियाणा नंबर के इन दोनों ही डंपरों में भी एक ही नंबर की प्लेट्स लगाई गई थी। इनमें से एक डंपर से 4 अलग-अलग वाहन नंबरों की प्लेट्स भी बरामद की गई थी। ओवरलोडिंग को लेकर दोनों ही डंपरों के चालान किए गए। इन दोनों डंपरों सहित टीम ने 8 जून को ओवरलोडिड 5 डंपरों और क्षमता से अधिक लकड़ी लेकर जा रहे 5 ट्रैक्टरों पर करीब 5 लाख रूपए का जुर्माना ठोका था।