
मंडी में बाढ़ के कारण फंस गए थे छात्र, हॉर्टिकल्चर कॉलेज के 92 स्टूडेंट किए रेस्क्यू
पोल खोल न्यूज़ | मंडी
जिला मंडी में मानसून की बारिश से अब तक सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। कई जगहों पर सड़कें और पुल टूट जाने से संपर्क टूट गया है। ऐसे में कई जगहों पर लोग फंस गए हैं, जिन्हें प्रशासन द्वारा सुरक्षित रेस्क्यू करने की कोशिश की जा रही है। इसी बीच हॉर्टिकल्चर कॉलेज थुनाग के भी 92 छात्र-छात्रों को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया है।
वहीं, डीसी मंडी अपूर्व देवगन ने बताया कि आपदा प्रभावित थुनाग क्षेत्र से उद्यानिकी एवं वानिकी कॉलेज के 92 छात्रों को सुरक्षित रेस्क्यू कर उनके अभिभावकों को सौंप दिया गया है।
वहीं, डीसी मंडी ने बताया कि सराज क्षेत्र में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण हॉर्टिकल्चर एंड फॉरेस्ट्री कॉलेज थुनाग के करीब 92 छात्र और उनके टीचर वहीं फंस गए थे, क्योंकि बाढ़ जैसी स्थिति होने के चलते यातायात साधन बंद थे। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन ने फौरन कार्रवाई करते हुए राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन से जुड़े अन्य विभागों की मदद से सभी छात्रों को सुरक्षित रूप से वहां से निकाल लिया गया और उनके माता-पिता को उन्हें सौंप दिया गया।
डीसी अपूर्व देवगन ने बताया कि सराज क्षेत्र में बाढ़ से आई भारी आपदा के चलते यातायात बंद है। इन कठिन परिस्थितियों के बीच इन छात्रों को पहले बगस्याड तक पैदल सुरक्षित पहुंचाया गया। इसके बाद बगस्याड से एचआरटीसी की तीन बसों में इन्हें चैलचौक, बग्गी और सुंदरनगर तक लाया गया। इन जगहों पर ये सभी छात्र अपने अभिभावकों के साथ अपने घरों की ओर रवाना हो गए।
वहीं, इसके अलावा इस दौरान रास्ते में जिला प्रशासन द्वारा इनके लिए खाने-पीने की भी व्यवस्था की गई थी। डीसी मंडी ने इस बेहद चुनौतीपूर्ण अभियान में सहयोग के लिए प्रशासनिक व विभागीय अधिकारियों, स्वयं सेवियों एवं लोगों का आभार जताया। उन्होंने कहा कि आपदा में प्रभावित हर व्यक्ति तक राहत पहुंचाने का काम जारी है। वहीं, इस कठिन बचाव अभियान के दौरान बच्चों ने प्रदेश सरकार की संवेदनशील सोच व प्रशासन के प्रयासों की सराहना की और आभार भी व्यक्त किया।