
लोक निर्माण विभाग के 10 एक्सईएन, एसडीओ को चार्जशीट करने की तैयारी
पोल खोल न्यूज़ | शिमला
लोक निर्माण विभाग के 10 एक्सईएन और एसडीओ को चार्जशीट करने की तैयारी चल रही है। बता दें कि विकास कार्यों में लापरवाही बरतने और ठेकेदारों को फायदा देने के एवज में सरकार ने 90 इंजीनियरों को कारण बताओ नोटिस थमाए थे। 10 इंजीनियर ऐसे हैं, जिनके जवाब संतोषजनक नहीं पाए गए हैं। ऐेसे में इन पर कार्रवाई की तलवार लटक गई है। प्रदेश सरकार ने लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिए हैं कि कोई भी टेंडर करने से पहले सरकार की अनुमति लेना जरूरी होगी। बगैर अनुमति से कोई काम नहीं होगा।
फिजूलखर्ची रोकने के लिए यह निर्णय लिया है। सरकार को यह भी पता चला है कि ठेकेदारों से पहले डंगे और अन्य विकास कार्य करवा दिए। वहीं, इसके बाद उनके टेंडर लगाकर ठेकेदारों को फायदा पहुंचाया गया। कई इंजीनियरों के पास महीने से विकास कार्यों की फाइलें लंबित पड़ी रहीं। कई इंजीनियरों पर कमीशन लेने के भी आरोप हैं। सरकार के ध्यान में मामला आने के बाद इंजीनियरों पर सख्ती की गई है। सरकार का मानना है कि आपदा आने और एकाएक कोई घटना घटित होने पर तुरंत कार्य करना पड़ता है, लेकिन इससे हटकर भी ठेकेदारों को फायदा देने के लिए जिलों में कार्य किए गए।
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वहीं, लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि विकास कार्यों में कोताही बर्दाश्त नहीं होगी। लापरवाह इंजीनियर पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। कई इंजीनियरों को कारण बताओ नोटिस दिए गए। लोक निर्माण विभाग ने लोगों से भी अपील की है कि अगर उनके क्षेत्र में घटिया काम हो रहा है तो वह इस बारे में शिकायत कर सकते हैं। यह भी देखने में आया है कि सड़क की टारिंग किए जाने के बाद दूसरे साल सड़क उखड़ रही है। सरकार ने यह भी निर्देश दिए हैं कि ऐसे ठेकेदारों को लोक निर्माण विभाग दोबारा काम नहीं देगा। मौके पर इंजीनियर पर भी कार्रवाई होगी।