पोल खोल न्यूज़ | हमीरपुर
बच्चों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं होती, बस उनका सही मार्गदर्शन किया जाए जाए तो वे किसी भी लक्ष्य को आसानी से पा सकते हैं और इस कार्य में शैक्षणिक वातावरण एवं शिक्षकों की भूमिका बड़ी महत्वपूर्ण होती है यदि इसके साथ बच्चे में कड़ी मेहनत, लगन व लक्ष्य को प्राप्त करने का जनून हो तो कोई भी मंजिल दूर नहीं रह सकती तथा सफलता उसके कदम जरूर चूमती है। ऐसी ही सफलता प्राप्त की है स्वर्ण जयंती राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला (उत्कृष्ट) टौणी देवी की कक्षा 12 में पढने वाली शीतल ने, जिसने राष्ट्रीय होटल प्रबंधन परिषद और पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार के तहत “भारत में आतिथ्य शिक्षा और आतिथ्य प्रबंधन के क्षेत्र में कैरियर निर्माण में एनसीएचएम और सीटी के तहत आईएचएम की भूमिका” विषय पर पूरे भारत में प्रथम स्थान हासिल करके न केवल पाठशाला अपितु जिला हमीरपुर के साथसाथ पूरे प्रदेश का नाम रोशन किया है।
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इसके साथ ही कक्षा +2 के दिशांत डोगरा को भी सांत्वना पुरस्कार हासिल हुआ है यह जानकारी देते हुए प्रधानाचार्य रजनीश रांगड़ा ने बताया कि कक्षा 11वीं और 12वीं के छात्रों के लिए आयोजित इस परीक्षा में टूरिज्म के अध्यापक संदीप ठाकुर के मार्गदर्शन में 6 बच्चों ने इस प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था जिसके मूल्यांकन के लिए पूरे देश में पांच जोन बनाए गए थे, जिसमें प्रथम 3 स्थान पर रहने वाले बच्चों का केन्द्रीय मूल्यांकन दिल्ली में किया गया अब गाँव छत्रैल के मुकेश और रीना देवी की इस बिटिया को 10 तारीख को नोइडा में एक लाख रूपए और स्वर्ण पट्टिका, दिशांत को 10 हजार का इनाम जबकि पाठशाला को भी ट्राफी एवं स्वर्ण पट्टिका से सम्मानित किया जायेगा। इसके साथ ही पुरस्कार विजेताओं और स्कूल प्रतिनिधियों को दिल्ली दर्शन एवं ताज महल और बुलंद दरवाजा भी दिखाया जायेगा।
आज इस प्रतियोगिता का परिणाम एवं कार्यक्रम का निमंत्रण पत्र लेकर आईएचएम हमीरपुर के विभाग प्रमुख पुनीत बंटा स्वंय पाठशाला पहुंचे। उन्होंने इस अवसर पर सबको बधाई देते हुए कहा कि अब गए वो ज़माने जब बच्चे सिर्फ एक तरह के कोर्स करते थे। बदलते वक़्त के साथ आज की युवा पीढ़ी पारम्परिक करिअर के विकल्पों से हट कर अपनी रुचि के अनुसार कुछ नया करना चाहती है उन्हें तलाश होती है। एक ऐसे करिअर ऑप्शन की जहां रुचि अनुसार काम, कार्य संतुष्टि, अच्छी आमदनी और आगे बढ़ने के भरपूर मौके भी मिलें ऐसा ही एक विकल्प है हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री जिसके बिना पर्यटन की कल्पना भी नहीं की जा सकती। उन्होंने ख़ुशी जताते हुए कहा कि पाठशाला के प्रयासों से हमारे प्रदेश की बेटी ने हम्सबा माँ बढया है और इससे दूसरे बच्चे भी प्रेरणा लेंगे एवं व्यावसायिक अध्यनन में और विशेष कर हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री में अपना बेहतरीन करिअर बनायेंगे।