
पोल खोल न्यूज़ | शिमला
हिमाचल प्रदेश के जिला शिमला के ठियोग उपमंडल की कुठार पंचायत में शुक्रवार को माता बागेश्वरी का नौ मंजिला मंदिर आग की भेंट चढ़ गया। करीब 500 वर्ष का इतिहास समेटे इस मंदिर में रखीं देवी-देवताओं की करीब 100 मूर्तियां, सोने-चांदी के आभूषण और अन्य सामग्री जल गईं। वहीं, आग लगने का कारण शार्ट सर्किट बताया जा रहा है, जिससे करीब एक करोड़ रुपए के नुकसान का अनुमान लगाया गया है। इस मंदिर में सुबह रोजाना की तरह आठ बजे के करीब पूजा-अर्चना की गई।
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इसके बाद मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए। सुबह करीब 9:30 बजे मंदिर से ग्रामीणों ने धुआं निकलते देखा। देखते ही देखते आग की लपटों ने पूरे मंदिर को अपनी चपेट में ले लिया और कुछ ही समय में मंदिर पूरी तरह जल गया। मंदिर में रखी देवी-देवताओं की मूर्तियों सहित सोने और चांदी के आभूषण और अन्य सामग्री भी राख हो गई। दमकल कर्मियों की मदद से मंदिर के साथ लगते घरों को जलने से बचाया जा सका। पंचायत उपप्रधान संजय माल्टा ने बताया कि आग की घटना में करीब एक करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया कि आग लगते ही इसकी सूचना पुलिस और दमकल विभाग को दे दी गई, लेकिन तंग सड़क और रास्तों में वाहन खड़े होने के कारण दमकल वाहन को मंदिर तक पहुंचने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।
आग पर काबू पाने के लिए दोपहर तीन बजे तक दमकल कर्मी जुटे रहे। मंदिर को जलने से तो नहीं बचाया जा सका, लेकिन साथ लगते घरों को जलने से बचा लिया गया।
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उधर, डीएसपी ठियोग सिद्धार्थ शर्मा ने बताया कि दमकल वाहन और कर्मी जब तक पहुंचे, तब तक मंदिर जल गया था। उन्होंने बताया कि आग शार्ट सर्किट के कारण लगी है। साथ ही मंदिर में करीब 20 लाख रुपए के आभूषण और अन्य संपत्ति राख हो हुई है। आग पर काबू पाकर साथ लगते मकानों को सुरक्षित कर लिया गया है।