
हिमाचल प्रदेश में आज कई क्षेत्रों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी
पोल खोल न्यूज़ | शिमला/ धर्मशाला
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के ऑरेंज अलर्ट के बीच सोमवार को कई जिलों में झमाझम बादल बरसे। रविवार रात को मंडी जिले के थुनाग उपमंडल के छतरी में बारिश से धंसी सड़क से एक कार 250 मीटर खाई में गिर गई। इसमें तीन लोगों देवदत्त निवासी गांव गागन, मंगल चंद निवासी तराला और यशपाल निवासी गांव धावण की मौत हो गई। दो लोग घायल हुए हैं। वहीं, चंबा के डलहौजी के कुम्हारका में रसोईघर की छत गिरने से महिला की मौत हो गई। भटियात में भूस्खलन से गोशाला में एक गाय और दस भेड़-बकरियों की दबने से मौत हो गई। कुल्लू जिले के निरमंड ब्लॉक की कुशवा पंचायत के नोनू गांव में रविवार रात को भूस्खलन से सेब के 3,540 फलदार पेड़ क्षतिग्रस्त हो गए। जबकि कई मकान खतरे की जद में आ गए हैं। जगह-जगह मलबा गिरने से कुशवा सड़क बंद हो गई है। खराब मौसम को देखते हुए मनाली के तमाम शैक्षणिक संस्थानों में सोमवार को अवकाश रहा।
सोमवार शाम तक प्रदेश में आनी-कुल्लू एचएच सहित 265 सड़कें, 41 बिजली ट्रांसफार्मर और 282 पेयजल योजनाएं प्रभावित रहीं। कांगड़ा जिले में सोमवार सुबह से दोपहर तक मौसम साफ रहा। दोपहर बाद धर्मशाला सहित जिले के विभिन्न क्षेत्रों में बारिश हुई। बारिश से गगल हवाई अड्डा से एक उड़ान रद्द हुई। एचआरटीसी धर्मशाला मंडल के तहत 50 रूट भी प्रभावित हुए। ऊना जिले में भी सुबह बारिश हुई। पिछले दिनों हुई भारी बारिश से जिलेभर में 375 हेक्टेयर क्षेत्र में मक्की की फसल बर्बाद हो गई है। किसानों को 80 लाख के नुकसान का अनुमान है। हमीरपुर जिले में सुबह हल्की बारिश हुई।
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वहीं, मंडी जिले के जागर नाले में आए उफान के कारण रविवार रात 10 बजे चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पूरी तरह से बंद हो गया। नाले का पानी और विशाल बोल्डर हाईवे पर आ गए और कलवर्ट बंद हो गया। इससे पानी का बहाव मुड़कर लोअर 9 मील की ओर हो गया। इससे लोअर 9 मील में बसे 13 परिवारों ने पूरी रात भय के साए में काटी। एक घंटे बाद अस्थायी तौर पर मार्ग बहाल किया गया। चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर 9 मील क्षेत्र में सोमवार सुबह फिर पहाड़ी से भारी मलबा और पत्थर गिरने से यातायात बंद हो गया। हाईवे करीब ढाई घंटे बाद सुबह 6:30 बजे यातायात के लिए खोला गया। इसके बाद हाइवे फिर लगभग 9 बजे बंद हुआ और लगभग 1 घंटे के बाद खुला। इस दौरान एंबुलेंस समेत वाहन भी फंसे रहे। मलबे में फंसे एक वाहन को हाइड्रा के जरिये बाहर निकाला गया। किन्नौर, रामपुर, आनी और रोहडू में दिन भर मौसम खराब रहा।
बता दें कि ऊना, बिलासपुर और कांगड़ा जिला के कई क्षेत्रों में मंगलवार को भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है। अन्य जिलों में येलो अलर्ट रहेगा। छह अगस्त के लिए पूरे प्रदेश में येलो अलर्ट घोषित किया गया है। सात और आठ अगस्त को अधिकांश क्षेत्रों में बारिश की संभावना है लेकिन कोई अलर्ट जारी नहीं हुआ है।