
रजनीश शर्मा। हमीरपुर
पुलिस का नाम सुनते ही एक तरफ जहां अपराधियों और नियमों को तोडऩे वालों में एक अजीब सा डर देखने को मिलता है वहीं, कानून को मानने वाले और उसका सम्मान करने वालों के चेहरों पर आत्मविश्वास से भरी चमक देखने को मिलती है। ऐसे ही कानून को मानने और उसका सम्मान करने वालों के लिए प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार पुलिस महकमे ने ट्रैफिक वालंटियर स्कीम की शुरूआत पहली बार इस पहाड़ी राज्य में की है। इसमें 18 साल आयु वर्ग से अधिक के युवाओं समेत सभी भाग लेकर पुलिस का हिस्सा बन सकते हैं। विभाग द्वारा शुरू की गई इस पहल के सार्थक परिणाम मुख्यमंत्री के गृह जिला में दिखने शुरू हो गए हैं। जिले की महिला पुलिस कप्तान के निर्देशानुसार विभाग के लोग इसका सभी स्कूलों, कालेजों में प्रचार प्रसार कर रहे हैं, जिसके तहत युवाओं ने इसके लिए आवेदन करना शुरू भी कर दिए हैं। एक आंकड़े के अनुसार जिला हमीरपुर में पुलिस के पास लगभग 30 आवेदन ऐसे युवाओं के पहुंचे हैं जिन्होंने ट्रैफिक वालंटियर स्कीम का हिस्सा बनने के लिए पुलिस के पास आवेदन किया है।
इनमें अधिक स्टूडेंट्स एनसीसी कैडेट्स बताए जा रहे हैं। हालांकि यह स्कीम सबके लिए है। इसमें शामिल होने वाले युवाओं के लिए शर्त यह रहेगी कि वे शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ होने चाहिएं। उनकी किसी भी तरह की आपराधिक मामले में संलिप्तता नहीं होनी चाहिए और हिंदी और इंग्लिश भाषा पर उनकी पकड़ होनी चाहिए ताकि रोड पर ड्यूटी करते समय ये सरलता से लोकल या फिर टूरिस्ट के साथ बात कर सकें। ट्रैफिक वालंटियर स्कीम का एक फायदा तो यह होगा कि जब युवा खुद सडक़ पर खड़े होकर यातायात नियमों की पालना वाहन चालकों से करवाएंगे तो उन्हें खुद भी नियमों का पालन करने की आदत बनेगी दूसरा वे इस बात को भी समझ सकेंगे कि पूरा दिन सडक़ पर खड़े रहकर ड्यूटी करने वाले पुलिस कर्मियों को कितनी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
क्या कहती हैं एसपी हमीरपुर डा. आकृति
ट्रैफिक वालंटियर स्कीम के तहत पुलिस के तहत संबंधित थानों में युवा आवेदन कर रहे हैं। 18 वर्ष से अधिक आयु वालों के लिए यह एक सुनहरा अवसर है। इसमें हम युवाओं को एक सेफ्टी जैकेट, टोपी और पहचान पत्र मुहैया करवाएंगे। चयनित होने वाले युवाओं को दो दिन की ट्रेनिंग भी दी जाएगी जिसमें उन्हें मोटर व्हिकल एक्ट और रोड सेफ्टी के बारे में जानकारी दी जाएगी।