पालमपुर में जेंडर समानता, जेंडर पहचानों के बारे की गई 3 दिन की कार्यशाला आयोजित
संजय कुमार | कांगड़ा
हिमाचल क्वियर फाउन्डेशन संस्था द्वारा जिला कांगड़ा की चार ब्लॉक भवारना, धर्मशाला, रैत, बागवा नगरोटा से 33 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ पालमपुर में जेंडर समानता, जेंडर पहचानों और मानसिक स्वास्थ्य देखभाल के बारे में 3 दिन की कार्यशाला आयोजित की गई।
इस कार्यशाला में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और अन्य साथियों को मिलाकर लगभग 45 प्रतिभागियों ने भाग लिया। बता दें कि हिमाचल प्रदेश में पहली बार ऐसी प्रशिक्षण की कार्यशाला हो रही हैं, जहां हमारे समाज के हर तरह के जेंडर पहचानों के साथियों के बारे में बात हुई और सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाये गये क़ानून और ऐक्ट (Transgender Persons Protection of Rights 2019) के बारे में भी बात की गयी।
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इस दौरान हिमाचल क्वियर फाउंडेशन के सह-संस्थापक शशांक और डॉन हसार ने इस कार्यशाला में जेंडर, क़ानून और पितृसत्ता के बारे में बातचीत की। यह दोनों साथी ट्रांसजेंडर* समुदाय से हैं और इस मुद्दे पर हिमाचल में काफ़ी सालों से काम कर रहे हैं।
इसी के साथ साथ विमला विश्वप्रेमी व अन्य ट्रैनर्स भी जुड़े, जिन्होंने हमारे समाज में होने वाली हशीयेकरण के ऊपर बात रखी, जो जाति और वर्ग के पहचानो से जुड़ी हुई हैं। हिमाचल क्वियर फाउन्डेशन से दया, निशा, नेहा और अन्य सभी इस कार्यशाला में जुड़े रहे।