डंके की चोट पर : नशे का कारोबार रोकने को सरकार उठाए कड़े कदम, बर्बाद हो रही युवा पीढ़ी
रजनीश शर्मा । हमीरपुर
हिमाचल में नशे का दरिया बह रहा है। जो लोगों के अरमानों को अपने साथ बहा रहा है। हिमाचल का यूथ नशे की दलदल में न फंसे इसके लिए हम सभी को मिलजुल कर प्रयास करने होंगे। नशा तभी रुकेगा जब ठोस कानून बनेगा और नशा बेचने वालों को सख्त सजा मिलेगी। हिमाचल से नशे के खात्मे को लेकर पोल खोल न्यूज लगातार आवाज उठाता रहा है। जब नशे पर लोगों से बातचीत की गई तो, उनके मन के गुबार बाहर आ गए और लोगों ने इसके लिए सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया। साथ ही कहा कि सबसे पहले तो सरकार नशे के कारोबार पर पूर्ण रूप से पाबंदी लगाए।
नशों के खिलाफ एकजुट होकर बोलना होगा हल्ला
नशे के खिलाफ हम सभी को मिलजुल कर काम करने की जरूरत है। टीम वर्क के माध्यम से हर काम संभव है। नशा किसी को भी नहीं छोड़ता है। नशे के खिलाफ बेशक सरकार गंभीर है पर यह गंभीरता हम सभी को लानी होगी। समाज में कई उदाहरण सामने है कि बच्चे भी नशा कर रहे हैं यह हमारे समाज के लिए शुभ संकेत नहीं है। हिमाचल सरकार ने नशों के सौदागरों के खिलाफ जो मुहीम शुरू की है वह सराहनीय है। हिमाचल में अब नशा अन्य राज्यों के मुकाबले अधिक बिकता है जो कि चिंता का विषय है।
नशे से कई लोगों के घर को बर्बाद हो चुके हैं
नशे ने कई लोगों के घर व जिंदगी को तबाह कर दिया है। ऐसे मैने कई उदाहरण समाज में देखे है। नशा करने वाले पहले सस्ते नशे से अपनी शुरुआत करते हैं। उसके बाद वे मंहगे नशे करने लगते हैं। महंगा नशा करने के लिए उनके पास पैसे नहीं होते तो वे चोरी का रास्ता अपना लेते हैं। स्मैक का सेवन भी इन दिनों खूब होने लगा है। नशा खुद एक बीमारी है इसे भी दवा की जरूरत है। नशा करने वाले जिंदगी में कभी सुखी नहीं रह सकते हैं। समय की मांग है कि सूबे में अच्छे नशा छुड़ाओ सेंटर खुले । हमे जिम्मेवारी निभानी होगी।
सरकार अपना मन साफ रखे तभी नशे का व्यापार रुकेगा। कुछ दिनों की सख्ती से नशे पर नकेल नहीं कसी जा सकती है। सरकार नौजवान पीढ़ी को नशो के गर्त में जाने से बचा सकती है। बिना सख्ती के कुछ भी संभव नहीं। समाज को भी सरकार व पुलिस प्रशासन को हर संभव सहयोग देने के लिए तैयार रहना होगा। यह सभी का फर्ज है कि हम नशों के खिलाफ अपनी आवाज को बुलंद करें। इनके बुरे प्रभाव के बारे में जानकारी प्रदान करवाना बेहद जरूरी है। यह सब टीम वर्क से ही पूरा होगा।
नशा तस्करों को नहीं है कानून का कोई डर
कुछ नशा तस्कर बैखौफ होकर नशा बेचते हैं। इन लोगों को किसी न किसी का संरक्षण प्राप्त होता है। जिसके दम पर ये बेधड़क होकर काम करते हैं। हम सभी को मिलकर नशों के खिलाफ एक मिशन छेडऩा होगा। अभी भी कुछ नहीं बिगड़ा। नशा आसानी से मिल जाता है इसलिए लोग इन की चपेट में आ रहे हैं। शराब व तंबाकू से सरकार को अधिक आय है इसलिए सरकार इन पर रोक नहीं लगा रही है।
हम सभी निभाए अपनी-अपनी जिम्मेदारी
नशे को चाहे हम नहीं रोक सकते पर लोगों को नशा करने से हम जरूर रोक सकते हैं। हम सभी को मिलकर कोशिश करनी चाहिए कि हम नशा करने वालों को नशे के बुरे प्रभाव के बारे में बता सकें। अगर हम सभी अपनी जिम्मेवारी निभाएंगे तो ही नशा करने वालों की संख्या कम होगी। वहीं सरकार को भी नशों के खिलाफ जागरूकता अभियान बड़े पैमाने पर चलाने की जरुरत है। हमारी संस्था के संपर्क में जो भी लोग आते हैं। उन्हें हम नशो के दुष्प्रभाव के बारे में जानकारी देते हैं। वहीं सूबे में सरकार को अधिक से अधिक नशा छुड़ाओ सेंटर खोलने चाहिए ताकि नशा छोडऩे वालों को दूर दराज जाकर अपना इलाज न करवाना पड़े।