पहले पुल, अब हेलीपैड बनाने के लिए ग्रामीणों ने संभाला मोर्चा
पोल खोल न्यूज़ | कुल्लू
हिमाचल प्रदेश के जिला कुल्लू की मणिकर्ण घाटी के मलाणा में बादल फटने से जहां मलाणा पंचायत का संपर्क कट गया था। वहीं, अब ग्रामीणों ने अपनी मेहनत से उफनते नाले पर लकड़ी का पुल तैयार कर दिया है, लेकिन जरी से मलाणा सड़क बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है। एक सप्ताह पहले आई आपदा ने मलाणा को देश दुनिया से काटकर रख दिया है। गांव के लिए सड़क, बिजली, पानी की आपूर्ति ठप है। ऐसे में अभी भी मलाणा तक गाड़ियों की आवाजाही संभव नहीं है। ऐसे में अब ग्रामीणों ने मिलकर हेलीपैड बनाने का काम भी शुरू कर दिया है, ताकि आवश्यक वस्तुएं हेलीकॉप्टर के माध्यम से मलाणा पहुंच सकें।
दो दिन पहले ग्रामीणों ने एकजुटता का संदेश देते हुए मलाणा के उफनते नाला पर एक लकड़ी का पुल तैयार कर दिया। अब ग्रामीणों ने हेलीपैड बनाने के लिए मोर्चा संभाल लिया है। बुधवार को काफी अधिक संख्या में ग्रामीण हेलीपैड के लिए जगह समतल करने में जुट रहे। किसी ने कुदाली, फावड़ के साथ तो किसी ने पत्थर तोड़कर अपना सहयोग दिया। मलाणा में हो रही बारिश के बीच ग्रामीण हेलीपैड के लिए जगह समतल करने में जुटे रहे। प्राइमरी स्कूल मलाणा के साथ ग्रामीणों ने एक जगह का चयन किया है। पहले इस जगह की पैमाइश की गई इसके बाद ग्रामीण इस पर हेलीपैड बना रहे हैं।
मलाणा पंचायत के उप प्रधान रामजी ठाकुर ने बताया कि इससे पहले सभी ग्रामीणों ने मिलकर लकड़ी का पुल तैयार किया, लेकिन सड़क मार्ग बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुका है और वाहनों के माध्यम से कोई भी चीज यहां नहीं पहुंच सकती है। अब ग्रामीण यहां पर मिलकर हेलीपैड के लिए जमीन तैयार कर रहे हैं, ताकि आपात स्थिति में हेलीकॉप्टर के माध्यम से लोगों को सुविधा मिल सके।
रामजी ठाकुर ने बताया कि कुछ दिनों के बाद गांव में मेला भी शुरू होने वाला है और उस मेले में भाग लेने के लिए जिले के अन्य इलाकों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। ऐसे में अब प्रशासन को चाहिए कि वे यहां पर जल्द से जल्द राशन भिजवाने की व्यवस्था करें।