
हिमाचल में आबोहवा खराब, बद्दी में खतरनाक स्तर पर पहुंचा प्रदूषण
पोल खोल न्यूज़ | सोलन
दीपावली पर पटाखों के चलते हिमाचल प्रदेश की आबोहवा भी खराब हो गई है। प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्र बद्दी, बरोटीवाला व नालागढ़ से लेकर शिमला तक प्रदूषण बढ़ गया है। सोलन जिले के बद्दी में शुक्रवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 296 तक पहुंच गया। यह खतरनाक श्रेणी में आता है। स्वच्छ आबोहवा के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध राजधानी शिमला में भी एएक्यूआई 92 दर्ज किया गया। 27 अक्तूबर को यह 31 था। शुक्रवार को बिलासपुर में एएक्यूआई 189 रहा।
वहीं, दिवाली के बाद ऊना में पीएम 2.5 का स्तर 66.66 यूनिट पहुंच गया है। धर्मशाला में वायु में नाइट्रोजन ऑक्साइड की मात्रा दिवाली के बाद बढ़कर 11.63 माइक्रो ग्राम प्रति क्यूबिक मीटर पहुंच गई है। प्रदेश के कई क्षेत्रों में एक नवंबर को भी दिवाली मनाई गई। इससे हिमाचल के विभिन्न इलाकों में प्रदूषण का स्तर और बढ़ सकता है। हिमाचल प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का कहना है कि दिवाली के बाद प्रदूषण का स्तर बढ़ा है। इसके आधिकारिक आंकड़े शनिवार तक जारी हो सकते हैं।
बताते चलें कि पिछले साल प्रदेश में ऊना और धर्मशाला की हवा सबसे अधिक प्रदूषित हुई थी। ऊना का वायु गुणवत्ता सूचकांक 153 और धर्मशाला का 140 पहुंच गया था। शिमला का 78 और मनाली का 55 रहा था, हालांकि यह संतोषजनक श्रेणी में था।
वहीं, राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सचिव अनिल जोशी ने बताया कि दिवाली के बाद प्रदेश के कई क्षेत्रों में हवा की गुणवत्ता खराब हुई है। एक्यूआई की आकलन रिपोर्ट 24 घंटे बाद ही जारी होती है। इसलिए प्रदूषण की विस्तृत रिपोर्ट शनिवार को ही जारी होगी।