
ठंड और चारे की कमी से गोवंश का संकट, सात की मौत, तीन गंभीर
पोल खोल न्यूज़ | ऊना
हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना के जोल क्षेत्र की चौकी खास पंचायत के कैंट गांव में सारांश गर्ग फाउंडेशन की गोशाला में ठंड और चारे की कमी से सात गोवंश की मौत हो गई। तीन की हालत बेहद गंभीर है। वहीं, मौके पर न तो मृत पशुओं को उठाया गया है और न ही बीमार को इलाज दिया जा रहा। जानकारी के अनुसार गोशाला में मात्र एक शेड है। शेड में सर्द हवाओं से बचाव का कोई इंतजाम नहीं है। न ही गोवंश को हरा चारा दिया जा रहा। मात्र मक्की के सूखे डंठल ही गोवंश को दिए जा रहे।
बताते चलें कि तापमान शून्य से नीचे होने से गोवंश ठिठुर रहा है। इसके चलते यहां दो दिन में सात गोवंश की मौत हो गई। जो गोवंश ठीक हैं, उनके लिए भी आने वाला समय खतरे से खाली नहीं। गोशाला में काम करने वाले प्रवासी विजय ने बताया कि आए दिन गोवंश की मौत हो जाती है। कई गोवंश बीमारी की हालत में आते हैं। ऊपर से खाने को नहीं मिलता। सूखे डंठल ही हैं। गोशाला के शेड में दीवारें भी नहीं हैं। जिन गोवंश की मौत हो गई, उनके शव उठ गए तो ठीक है, नहीं तो पड़े रहेंगे। बीमार गोवंश का इलाज कब होगा, उसे पता नहीं।
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वहीं, बंगाणा के एसडीएम सोनू गोयल ने बताया कि गोशाला के संचालक कृष्ण गोपाल ने कहा कि वह खुद बीमार हैं, इसलिए गोशाला नहीं आ पाते। उन्होंने बताया कि मृत गोवंश को उठाने के लिए जेसीबी नहीं मिल रही है। जल्द उन्हें उठाया जाएगा। गोवंश की मौत का मामला गंभीर है। निश्चित तौर पर अव्यवस्थाओं के कारण ऐसा हुआ है। निरीक्षण कर पता लगाया जाएगा कि कितने गोवंश रखने की मान्यता दी गई है और कितने रखे हैं। उन्हें कैसा चारा दिया जा रहा यह भी देखा जाएगा। उसके बाद अगल कदम उठाएंगे।