
Demo Pic
हिमाचल : ग्रामीण क्षेत्रों के लिए एचआरटीसी खरीदेगा 100 नई मेटाडोर मिनी बसें
पोल खोल न्यूज़ | शिमला
हिमाचल प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को बेहतर परिवहन सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए एचआरटीसी 100 नई मेटाडोर मिनी बसें खरीदेगा। वहीं, परिवहन निगम की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने अधिकारियों को 327 ई-बसों की खरीद प्रक्रिया में तेजी लाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने खरीद प्रक्रिया से संबंधित सभी औपचारिकताएं समयबद्ध तरीके से पूरी करने के लिए भी कहा। उन्होंने कहा कि नई बसें मिलने के बाद एचआरटीसी की वित्तीय स्थिति और सेवाओं में सुधार होगा। मुख्यमंत्री ने निगम के लंबी दूरी के रूटों का युक्तिकरण करने के भी निर्देश दिए। ऐसे रूट जहां दो या इससे अधिक बसों का संचालन हो रहा है और कमाई लगभग बराबर है, ऐसे रूटों को चिह्नित करने और रिपोर्ट तैयार कर सरकार को सौंपने के निर्देश दिए।
वहीं निगम प्रबंध निदेशक ने मुख्यमंत्री का बताया कि सभी 29 डिपो को आय के मासिक टारगेट देने की व्यवस्था शुरू कर दी गई है और इसकी लगातार निगरानी भी की जा रही है। चालकों की डीजल एवरेज और परिचालकों की प्रतिकिलोमीटर आय का भी रिकॉर्ड तैयार किया जा रहा है। लगेज पॉलिसी से भी निगम की आय में बढ़ोतरी हुई है। विज्ञापनों से भी निगम कमाई कर रहा है। निगम प्रबंध निदेशक रोहन चंद ठाकुर ने बताया कि मुख्यमंत्री ने लंबी दूरी के रूटों का युक्तिकरण करने के निर्देश दिए हैं। जल्द ही इसकी रिपोर्ट तैयार कर सरकार को सौंप दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि कर्मचारियों की समर्पित सेवाओं के कारण निगम की वित्तीय स्थिति में निरंतर सुधार हो रहा है और निगम की आय भी बढ़ रही है। एचआरटीसी की कार्यशैली को दक्ष बनाने के लिए बसों में कैशलेस भुगतान का विकल्प भी शुरू किया गया है।
ये भी पढ़ें :Kullu : ज्वेलर्स दिखा रहा था आभूषण, पलक झपकते ही महिलाओं ने उड़ा लिए 7 लाख के गहने
मुख्यमंत्री सुक्खू ने मंगलवार को शिमला में गैर सरकारी संस्था ‘नीडल लीफ फाउंडेशन-द सेवियर’ की ओर से कार्यान्वित की जाने वाली दो परियोजनाओं का शुभारंभ किया। इन परियोजनाओं के माध्यम से वनों की आग के नियंत्रण और युवाओं में नशा निवारण व रोकथाम के लिए व्यापक स्तर पर कार्य किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने संस्था के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि राज्य सरकार की ओर से वन संरक्षण व वनों की आग को नियंत्रित करने के लिए बहुआयामी उपाय सुनिश्चित किए गए हैं।