
Himachal : 16,000 फीट ऊंचा बारालाचा दर्रा बना नया स्नो प्वाइंट
पोल खोल न्यूज़ | लाहौल स्पीति
उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में पारा 40 डिग्री के पार होने के कारण पर्वतीय पर्यटन कारोबार तेजी से दाैड़ रहा है। वहीं, रोहतांग दर्रा के बाद अब मनाली-लेह सड़क पर स्थित 16,000 फीट ऊंचे बारालाचा स्नो पॉइंट ने सैलानियों का ध्यान अपनी ओर खींचा है।
वहीं, मनाली से 144 किलोमीटर की दूरी तय कर इस बर्फीले दर्रे तक पहुंचने वाले पर्यटकों की संख्या हर दिन लगभग 7,000 से 8,000 तक पहुंच रही है। बारालाचा दर्रे में अभी भी तीन से चार फीट तक बर्फ की मोटी चादर है। यहां गर्मी से परेशान सैलानियों के लिए ताजगी का अहसास करा रही है। स्थानीय होटल कारोबारी दोरजे और ग्यालसन ने कहा कि बारालाचा पहुंचने का सफर थका देने वाला है। जैसे ही बारालाचा में बर्फ का दीदार होता है, पर्यटकों का थकान छू मंतर हो जाती है। पर्यटक तस्वीरें खिंचवाने और बर्फ में खेलने का लुत्फ उठा रहे हैं।
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वहीं, दारचा पुलिस चेकपोस्ट के प्रभारी ओम राज के मुताबिक लेह की तरफ रोजाना करीब दो से ढाई हजार वाहन निकल रहे हैं। इनमें लगभग डेढ़ हजार वाहन बारालाचा दर्रा से लौट रहे हैं। ऐसे में करीब 7 से 8 हजार पर्यटक रोजाना बारालाचा दर्रा पहुंच रहे हैं। पुलिस और पर्यटन विभाग ने सैलानियों से अपील की है कि वे मौसम के अनुकूल कपड़े पहनें। स्थानीय गाइड की सलाह लें। कचरा दर्रा में न फेंकें। साथ ही पर्यटकों से बर्फ का पर्यावरण संतुलन बिगाड़ने वाले किसी भी तरह के कचरे को दर्रे पर न छोड़ने की अपील की है।
होटल एसोसिएशन लाहौल के अध्यक्ष तंजिन करपा ने कहा कि पर्यटन की बढ़ती रफ्तार से लाहौल-स्पीति की अर्थव्यवस्था में भी तेजी आई है। होम स्टे संचालक पदमा ने कहा कि बारालाचा में सैलानियों की भीड़ बढ़ने से पर्यटन कारोबार को गति मिल रही है। इसे हैंडीक्राफ्ट, भोजन और ट्रांसपोर्ट से जुड़ा बिजनेस भी बढ़ा है।
वहीं, एसडीएम एवं जिला पर्यटन अधिकारी लाहौल-स्पीति आकांक्षा शर्मा ने बताया कि मैदानी इलाकों की गर्मी से बचने के लिए पर्यटक पहाड़ों का रुख कर रहे हैं। बारालाचा दर्रा में अभी भी बर्फ है। लिहाजा अब पर्यटक रोहतांग के साथ बारालाचा दर्रा का भी रुख कर रहे हैं। सुरक्षित मार्ग और बेहतर सुविधाओं की वजह से सैलानी यहां की वादियों को निहार रहे हैं।