
प्रसूता की दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु के बाद आईएमए हमीरपुर की आपात बैठक, अस्पताल प्रशासन ने दी पूरी जानकारी
आस्था सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में गहन चिकित्सकीय प्रयासों के बावजूद नहीं बचाई जा सकी गर्भवती महिला की जान लेकिन बच्चा स्वस्थ
रजनीश शर्मा | हमीरपुर
आस्था सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, हमीरपुर में 25 जुलाई को एक गर्भवती महिला की जांच के दौरान शिशु की हृदय गति (Fetal Heart Rate) में गंभीर गिरावट दर्ज की गई, जिसके चलते विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम ने आपातकालीन सीज़ेरियन ऑपरेशन (Emergency LSCS) का निर्णय लिया। ऑपरेशन सफल रहा और शिशु का जन्म सुरक्षित रूप से हुआ। अस्पताल प्रशासन के अनुसार, यह महिला पहली बार 18 जुलाई 2025 को अस्पताल आई थीं और नियमित मरीज नहीं थीं। ऑपरेशन के पश्चात महिला की चेतना और रक्तचाप में अप्रत्याशित गिरावट आई। चिकित्सकों द्वारा तुरंत जीवन रक्षक उपाय अपनाए गए और मरीज को अस्थायी रूप से पुनर्जीवित किया गया, लेकिन कुछ समय बाद उनकी स्थिति दोबारा बिगड़ गई और तमाम प्रयासों के बावजूद उन्हें नहीं बचाया जा सका। यह ऑपरेशन एक अनुभवी प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ द्वारा किया गया था और एनस्थीसिया की जिम्मेदारी वरिष्ठ एनेस्थेटिस्ट ने निभाई।
पूरे उपचार के दौरान सभी चिकित्सा मानकों और सरकारी प्रोटोकॉल का पालन किया गया। इस दुखद घटना के संदर्भ में दिनांक 29 जुलाई को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए), हमीरपुर की एक आपात बैठक आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता डॉ. प्रेम ठाकुर ने की। बैठक में डॉ. दिनेश ठाकुर (प्रबंधन, आस्था अस्पताल) ने पूरी घटना की जानकारी प्रस्तुत की। बैठक में डॉ. क्रांति ठाकुर, डॉ. निखिल आहलूवालिया, डॉ. रमेश चौहान, डॉ. विशाल भंडारी, डॉ. अरविंद शर्मा, डॉ. संजीव शर्मा, साई अस्पताल से डॉ. अभिषेक ठाकुर सहित कई वरिष्ठ चिकित्सक उपस्थित रहे। सभी ने पीड़ित परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की। बैठक में यह विचार किया गया कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए अस्पतालों, प्रशासन और समाज को मिलकर स्पष्ट दिशानिर्देश और रणनीतियाँ बनानी होंगी। चिकित्सकों की सुरक्षा, संस्थागत प्रक्रियाओं की रक्षा और जनजागरूकता पर भी विशेष बल देने की आवश्यकता पर सहमति बनी।
आईएमए हमीरपुर ने यह भी स्पष्ट किया कि कुछ जटिल चिकित्सा स्थितियों में सभी प्रयासों के बावजूद मृत्यु को टालना संभव नहीं होता और ऐसी घटनाओं में डॉक्टरों या संस्थाओं को दोष देना अनुचित होगा। आईएमए ने नागरिकों से संयम, सहयोग और संवेदनशीलता की अपील की है।
आस्था सुपर स्पेशलिटी अस्पताल ने भी इस अप्रत्याशित घटना पर दुख प्रकट किया है और आश्वस्त किया है कि भविष्य में भी अस्पताल की टीम हर आपात स्थिति में समर्पण और सेवा भाव से कार्य करती रहेगी।
आस्था सुपर स्पेशलिटी अस्पताल: सेवा और उपलब्धियों की एक झलक
- अब तक 12,000+ सुरक्षित प्रसव सम्पन्न।
- उत्कृष्ट IVF और फर्टिलिटी ट्रैक रिकॉर्ड, कई जटिल गर्भधारण मामलों में सफलता।
- न्यूनतम संसाधनों में भी आपातकालीन सेवाओं की तत्पर और सुरक्षित उपलब्धता।
- विशेषज्ञों की अनुभवी टीम द्वारा संचालित प्रसूति, स्त्रीरोग, नवजात शिशु चिकित्सा, एवं जनरल सर्जरी सेवाएं।
- हमीरपुर व आसपास के क्षेत्रों की हज़ारों महिलाओं को मातृत्व की सुरक्षित यात्रा में सहयोग।
- नियमित फ्री हेल्थ कैंप, एनीमिया व महिला स्वास्थ्य पर जनजागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन।
- NABH दिशा-निर्देशों के अनुसार चिकित्सकीय प्रोटोकॉल का पालन।
- आधुनिक चिकित्सा तकनीक से लैस — जीवन रक्षक उपकरणों और ICU सेवाओं सहित।