
दीक्षा ठाकुर। हमीरपुर
एक साल में सुख की सरकार ने शिक्षा के ढांचे को बदलने का किया प्रयास
प्रदेश में व्यवस्था परिवर्तन करने का वादा कर सत्ता में आई सुख की सरकार ने अपने एक साल के कार्यकाल में हर क्षेत्र में हल्के-फुल्के बदलाव करने शुरू कर दिए हैं। बात शिक्षा के क्षेत्र की करें तो डे-बोर्डिंग स्कूल का नया कांसेप्ट कांग्रेस सरकार प्रदेश में लेकर आई है जिसके तहत हर विधानसभा क्षेत्र में अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस एक स्कूल खोले जाने का प्रावधान किया गया है। जिला हमीरपुर जो कि मुख्यमंत्री का गृह जिला भी है उसके लिए पांच डे-बोर्डिंग स्कूल खोले जा रहे हैं। यही नहीं इन डे-बोर्डिंग स्कूलों के लिए पहली किश्त के रूप में डेढ़-डेढ़ करोड़ रुपए की राशि चार राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूलों को जारी हो चुकी है। सिर्फ हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र के तहत पडऩे वाले डे बोर्डिंग स्कूल को अभी तक पहली किश्त नहीं मिल पाई है।
हालांकि कुछ जगह फोरेस्ट क्लीयरेंस न मिलने के कारण इन स्कूलों की जमीनों को लेकर पेंच फंस गया है। इसके अलावा स्कूलों में डिजिटल लाइब्रेरियां खोली जा रही हैं। पहले फेस में ब्लॉक स्तर की लाइब्रेरियों को डिजिटल लाइब्रेरी में बदला जा रहा है। उसके बाद दूसरे स्कूलों की लाइब्रेरियों को डिजिटल किया जाएगा। मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने टौणीदेवी में कालेज खोलने की घोषणा की है, जिसकी साइट फाइनल हो चुकी है करीब 30 कनाल भूमि पर कालेज का निर्माण किया जाएगा। कालेज को लेकर पहली किश्त के तौर पर करीब पांच लाख रुपए की राशि भी जारी हो चुकी है। हमीरपुर महाविद्यालय में एक करोड़ की लागत से एक बेहतरीन कैंटीन का निर्माण किया गया है, जिसका शुभारंभ प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने किया था। हालांकि छात्रों को अभी तक भी नए कैंटीन की सुविधा नहीं मिल पाई है। छात्र पुरानी कैंटीन में बैठने को मजबूर हैं। मुख्यमंत्री ने हमीरपुर महाविद्यालय को कांन्फ्रेस हाल व स्मार्ट क्लास रूम बनाने के लिए दो करोड़ रुपए देने की घोषणा की है। (एचडीएम)
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नादौन कालेज को भी कई सौगातें
नादौन कालेज की बात करें, तो यहां पर मल्टीपर्पज हाल के लिए 17 करोड़ देने की घोषणा की गई है। इसके अलावा कालेज में बी वॉक की कक्षाएं शुरू करने, पीजीडीसीए की कक्षाएं शुरू करने, एम कॉम की कक्षाएं शुरू करें और एमए इंग्लिश की कक्षाएं इसी सत्र से मुख्यमंत्री की घोषणाओं से शुरू की गई हैं। इसके अलावा बीसीए की 60 सीटों को बढ़ाकर 100 किया गया है, ताकि नादौन क्षेत्र केज्यादा से ज्यादा छात्रों को बीसीए कक्षाओं में दाखिला मिल सके। नादौन कालेज को फोरेस्ट विभाग से 100 कनाल भूमि अपने नाम करने के लिए एफसीए की क्लीयरेंस करने लेनी बाकी है।
रैल आईटीआई में ड्रोन उड़ाने का प्रशिक्षण
मुख्यमंत्री ने एक नई शुरुआत आईटीआई रैल में की है। यहां बेरोजगार युवाओं को के लिए ड्रोन प्रशिक्षण का एक शार्ट टर्म कोर्स इस साल से शुरू किया गया है। इसमें युवाओं को ड्रोन उड़ाने से लेकर उसकी मैकनिकी तक का प्रशिक्षण यहां दिया जा रहा है। इसकी ट्रेनिंग इस सत्र से शुरू की गई है। ऐसा माना जा रहा है कि डिजिटलाइजेशन और एआई के इस दौर में यह रोजगार की दृष्टि से भी काफी फायदेमंद होगा। तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देते हुए आईटीआई रैल में इस वर्ष तीन नए कोर्स शुरू किए गए हैं। इनमें आईओटी स्मार्ट सिटी और मकैनिकल इलेक्ट्रिकल व्हीकल का नया कोर्स शुरू हुआ है।