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जनता से अपील दस वर्षों का हिसाब मांगे… संदीप सांख्यान
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सेलेब्रिटी मंत्री व साँसद दस वर्षो का हिसाब दें… संदीप सांख्यान
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चेहरा देखकर वोट देने की रिवायत बदलनी होगी… संदीप सांख्यान
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वोट रिपोर्ट कार्ड पर दे जनता…. संदीप सांख्यान
पोल खोल न्यूज़ | हमीरपुर
हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता संदीप सांख्यान ने प्रैस को जारी बयान में जनता से अपील की है कि करीब दस सालों से ठगी जा रही देख की जनता को अब जागना ही होगा, क्योंकि चेहरा देखकर वोट देने की संस्कृति से लोग उब गए हैं तथा अब लोगों को अपने स्थानीय प्रतिनिधियों के रिपोर्ट कार्ड पर गौर करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जनता को शिक्षा, स्वास्थ्य, बेरोजगारी तथा सुरक्षा जैसी महत्वपूर्ण सुविधाओं को लेकर इन प्रतिनिधियों से सवाल करना चाहिए ताकि पता चल सके कि बीते दस सालों में केंद्र से यह नुमांइदे अपने-अपने संसदीय क्षेत्र के विकास में कितना योगदान दे पाए हैं।
उन्होंने कहा कि हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से सेलीब्रीटी सांसद एवं केंद्र में मंत्री अनुराग ठाकुर यदि सभी विधानसभा क्षेत्रों में करवाए गए विकास का ब्योरा देने लगें तो निश्चित तौर परफ्लाॅप साबित होंगे। विधानसभा क्षेत्र तो फिर भी महीन बात हो गई, तीनों प्रमुख और दो आंशिक जिलों की ही बात करें तो विकास के नाम पर भी इनकी सांसे फूलना शुरू हो जाएंगी। क्योंकि इन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र में कोई भी ऐसी विकास की ईबारत नहीं लिखी जिससे वे गर्व कर सकें। केवल राष्ट्रीय मसलों को अपना बनाने तथा बाहरी राज्यों के विकास का श्रेय लेने वाले इन प्रतिनिधियों के हाथ आज भी खाली हैं। संदीप सांख्यान ने कहा कि बात यदि बिलासपुर की करें तो यहां पर माननीय सांसद महोदय एक भी भवन ऐसा नहीं बना पाए जिससे जनता को कोई सुविधा मिली हो। स्पोटर्स मिनिस्टर होते हुए भी यहां कुछ नया नहीं हो पाया है।

उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि जनता को मंथन करना चाहिए कि केंद्र सरकार के जुमलों से क्या उनके बच्चों को किसी प्रकार का रोजगार मिल पाया है, शिक्षित प्रशिक्षित होने के बावजूद क्या बच्चे सही दिशा में जाने के लिए कामयाब हुए हैं। उन्होंने कहा कि युवा यहां से पलायन करने के लिए मजबूर है, क्योंकि बिलासपुर या हिमाचल प्रदेश में कोई ऐसे संस्थान नहीं खुल पाए हैं जिससे बच्चों को घरद्वार रोजगार मिल सके। इसी सरकार की अनदेखी के कारण आज घरों में केवल बुजुर्ग ही रह रहे हैं, बच्चे रोजगार की तलाश बाहरी राज्यों में भटक रहे हैं। भाजपा सरकार स्वास्थ्य, शिक्षा और बेरोजगारी को लेकर गंभीर नहीं है। भाजपा को अपने उपर ही शक है इसलिए बार-बार चार सौ पार का नारा दे रही है। लेकिन इस बार जनता भ्रामक बयानों और जुमलों में आने वाली नहीं है तथा केंद्र की भाजपा सरकार से हिसाब चुकता करेगी।




