
रजनीश शर्मा । हमीरपुर
राजकीय (उत्कृष्ट) वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला टौणी देवी में राष्ट्रीय आपदा प्रतिवादन बल की जसूर स्थित 14 बटालियन की 20 सदस्यीय टीम के सहयोग से स्कूल सेफ्टी कार्यक्रम के अंतर्गत मेगा मॉकड्रिल का आयोजन किया गया, जिसमें आपदा से बचने और इसके लिए तैयारियों के बारे में अध्यापकों एवं छात्र छात्राओं को जागरूक किया गया।

पाठशाला प्रांगण में राष्ट्रीय आपदा प्रतिवादन बल के जवानों ने मॉक ड्रिल करके प्राकृतिक आपदाओं से अपना बचाव करने के तरीके पूर्वाभ्यास करके बताए। जिसमें छात्रों को आपदा प्रबंधन का प्रशिक्षण दिया गया और आपदा से बचाव के उपाय बताए गए। यह जानकारी प्रधानाचार्य रजनीश रांगड़ा ने दी। उन्होंने बताया कि इस मॉक ड्रिल से भविष्य में होने वाली आपदा के बेहतर प्रबंधन और उससे होने वाले नुकसान को कम करना है। मॉक ड्रिल के माध्यम से जहां आपदा से निपटने की हमारी क्षमताओं का आंकलन होता है। वहीं, आपदा प्रबंधन तंत्र में कई कमियों का भी पता चलता है।

पूर्वाभ्यास में ऑपरेशन सेक्शन, प्लानिंग सेक्शन, लॉजिस्टिक, स्टेजिंग क्षेत्र, फायनाइंसिंग, राहत, बचाव कैंप, आपातकालीन सेवाएं, ट्रॉमा सेंटर बनाए थे। जिसमें NDRF, एनएसएस स्वयंसेवियों, स्काउट गाइड एवं आपदा प्रबंधन की गठित टीमों ने राहत व बचाव कार्यों में हिस्सा लिया। जिसमें उन्हें सीपीआर, चोकिंग, पानी में डूबने से बचाव, खून के बहाव को रोकने के उपायों के साथ यह भी बताया गया कि आपदा आने की सूरत में आपातकालीन नंबरों पर संपर्क साधना चाहिए।साथ ही जितना हो खुद को आपदा स्थल से दूर रखा चाहिए। आपदा के दौरान जख्मी और हताहतों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया जाए, जिससे संभावित नुकसान को कम किया जाए।
