
टौणी देवी में मेगा अभिभावक-अध्यापक संवाद का आयोजन
रजनीश शर्मा | हमीरपुर
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला टौणी देवी में आज नौवीं से 12वीं कक्षा तक के वंचित विद्यार्थियों और आठवीं कक्षा तक के अभिभावकों के लिए एपीएएआर आईडी (ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री) पर आधारित एक मेगा अभिभावक-अध्यापक संवाद का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों के शैक्षणिक भविष्य को सुरक्षित बनाने के लिए अभिभावकों और शिक्षकों के बीच संवाद को मजबूत करना और एपीएएआर आईडी के महत्व के बारे में जागरूकता फैलाना था।
प्रधानाचार्य रजनीश रांगड़ा ने इस संगोष्ठी में पावर पॉइंट प्रस्तुति के माध्यम से एपीएएआर आईडी के विभिन्न पहलुओं को विस्तार से समझाया। उन्होंने बताया कि यह आईडी “एक राष्ट्र, एक छात्र आईडी” की परिकल्पना के अनुरूप है और छात्रों के लिए आजीवन शैक्षणिक पासपोर्ट के रूप में कार्य करती है। यह 12 अंकों की स्थायी आईडी छात्रों की डिग्रियां, छात्रवृत्तियां, पुरस्कार और अन्य शैक्षणिक उपलब्धियों को एक ही स्थान पर सुरक्षित करती है। उन्होंने यह भी बताया कि एपीएएआर आईडी छात्रों को उनकी शैक्षणिक प्रगति की निगरानी और अध्ययन योजनाओं के निर्माण में मदद करती है। इससे छात्र अपने प्रदर्शन का विश्लेषण कर समय-समय पर अपनी क्षमताओं में सुधार कर सकते हैं।
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प्रधानाचार्य ने वंचित छात्रों के अभिभावकों को संबोधित करते हुए पंजीकरण प्रक्रिया को सरल और सुविधाजनक बनाने के लिए विद्यालय की ओर से पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया। उन्होंने अभिभावकों से आग्रह किया कि वे अपने बच्चों का जल्द से जल्द एपीएएआर आईडी पंजीकरण कराएं, ताकि उनके बच्चे इस उन्नत शैक्षणिक प्रणाली का लाभ उठा सकें।
कार्यक्रम में करीब 65 अभिभावकों ने भाग लिया। उन्होंने एपीएएआर आईडी के महत्व को समझते हुए अपनी चिंताओं और सुझावों को शिक्षकों के साथ साझा किया। अभिभावकों ने विद्यालय की शैक्षणिक प्रक्रियाओं और सुधार के लिए सकारात्मक विचार व्यक्त किए तथा वार्षिक पारितोषिक संमारोह में माननीय विधान सभा सदस्य कैप्टेन श्री रणजीत सिंह राणा जी को मुख्य अतिथि बनाने पर भी सहमति बनी ताकि पाठशाला के विकासत्मक कार्यों में तेज़ी लायी जा सके संवाद के दौरान विद्यालय के समग्र विकास और आगामी योजनाओं पर भी चर्चा की गई। प्रधानाचार्य ने अभिभावकों को द्वितीय टर्मिनल परीक्षा और ऍफ़ ए-III के परिणामों की जानकारी दी। उन्होंने यह भी कहा कि अभिभावकों की सक्रिय भागीदारी छात्रों के प्रदर्शन को बेहतर बनाने में सहायक होगी। इसके अलावा बच्चों के आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस के आधार पर कैरियर चुनने के लिए बलबीर और सुरेश ने अवगत करवाया।
कार्यक्रम में पाठशाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष रमन मलकानिया, पवन कुमार, लीना देवी, कृष्ण चंद, सुनीता, सुमन लता, अदिति और अन्य शिक्षक उपस्थित रहे। उन्होंने अभिभावकों को विद्यालय की शैक्षणिक और सह-पाठ्यक्रम गतिविधियों में सक्रिय योगदान देने के लिए प्रेरित किया। यह मेगा अभिभावक-अध्यापक संवाद विद्यालय और अभिभावकों के बीच सहयोग और विश्वास को बढ़ाने में सफल रहा। इस पहल ने न केवल छात्रों की शैक्षणिक यात्रा को सुगम बनाया, बल्कि अभिभावकों को भी बच्चों की प्रगति में अपनी भूमिका समझने का अवसर दिया। अभिभावकों ने विद्यालय के प्रयासों की सराहना की और इसे छात्रों के उज्ज्वल भविष्य के लिए एक प्रभावी कदम बताया।