
रजनीश शर्मा। हमीरपुर
राधाकृष्णन मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में दिवाली के बाद बीपी, मधुमेह और बुखार से पीड़ित लोग अधिक पहुंच रहे हैं। इसका कारण सर्दी बढ़ना और त्योहारों में मीठी खाद्य वस्तुओं का अधिक सेवन भी माना जा रहा है। मेडिसिन ओपीडी में 200 के करीब मरीज पहुंच रहे हैं। विशेषज्ञों के टेस्ट लिखे जाने के बाद अस्पताल की दो लैबों के बाहर मरीजों की लंबीं कतारें देखने को मिल रही हैं। इसके अलावा दमा के रोगियों की संख्या में भी इजाफा देखा जा रहा है। बता दें कि पूर्व में मेडिकल कॉलेज में ओपीडी 150 मरीज रोजाना की थी, लेकिन अब वायरल और मधुमेह-बीपी के मरीजों की संख्या बढ़ने से चिकित्सकों पर भी बोझ बढ़ गया है। चिकित्सकों का कहना है कि उन्हें मरीज बढ़ने के कारण दोपहर का भोजन भी छोड़ना पड़ रहा है।
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मेडिकल कॉलेज के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार वर्मा ने बताया कि दिवाली के बाद बीपी, मधुमेह और बुखार के मरीज ओपीडी में ज्यादा पहुंच रहे हैं। इस कारण डाॅक्टर दोपहर का भोजन भी छोड़ रहे हैं। मरीजों का इलाज उक्त डाॅक्टर सर्वोपरि समझ रहे हैं।
कम करें मीठी खाद्य वस्तुओं का सेवन
मेडिसिन विशेषज्ञ डॉक्टर भावेश का कहना है कि दिवाली के बाद बीपी और मधुमेह के मरीज ज्यादा पहुंच रहे हैं। त्योहारों में लोगों की ओर से मीठी खाद्य वस्तुओं का सेवन अधिक करने से ये दिक्कतें लोगों को पेश आ रही हैं। मधुमेह से ग्रसित मरीजों को मीठी वस्तुओं का सेवन कम करना चाहिए। समय पर मधुमेह की दवाई का इस्तेमाल करते रहना चाहिए।