
“एनएच वालो ! अगर मेरे मकान को डंगा लगा नहीं बचा सकते तो इसे एक्वायर ही कर लो” संगरोह के इन्द्र सिंह डोगरा की निराश होकर मार्मिक अपील
रजनीश शर्मा । हमीरपुर
हमीरपुर से आवाहदेवी होकर मंडी के लिए बन रहा नेशनल हाइवे नंबर 03 लोगों की जी का जंजाल बना हुआ है। एन एच निर्माण ने इतने जख्म दिए हैं कि लोग अब निराश हो मार्मिक अपील करने पर उतर आए हैं ।
इसी कड़ी में समीरपुर पंचायत के संगरोह गांव के कैप्टन इंद्र सिंह डोगरा पुत्र स्वर्गीय महंत राम की पीड़ा भी दिल को छू लेने वाली है। एनएच निर्माण के दौरान इनकी जमीन अधिगृहित की गई जिसका मुआवजा भी मिला ।
बस इसके बाद की स्टोरी लापरवाही, उदासीनता, व्यवस्था को कोसती हुई नजर आती है। इंद्र सिंह की अधिगृहित जमीन पर निर्माण कंपनी ने खुदाई 90 डिग्री पर कर दी और इनका 18 कमरों का मकान टांग दिया। इस मकान की मुआवजा राशि एक पैसा भी नहीं मिली है। मकान को बचाने के लिए पीड़ित इंद्र सिंह ने जहां तक संभव था गुहार लगाई लेकिन तीन साल से किसी ने बात तक न सुनी । अब जब बरसात में मकान पूरी तरह से डेंजर जोन में आ चुका है तो इंद्र सिंह निराश, परेशान और व्यवस्था को कोसते हुए नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा है कि एनएच वालो ! अगर मेरे मकान को डंगा लगा नहीं बचा सकते तो इसे एक्वायर ही कर लो, मुझे उसके बदले धन राशि दे दो।
उन्होंने कहा कि अब मकान किसी भी वक्त गिर सकता है । निर्माण कंपनी की लापरवाही के कारण उन्हें करीब 20 से 25 लाख रुपए का नुकसान हो गया है। उन्होंने कहा कि जमीन के पैसे तो मिल गए अब मेरे मकान को भी एनएच वाले अधिगृहित कर लें।