रजनीश शर्मा। हमीरपुर
ट्रक और बस ऑपरेटरों की हड़ताल का असर अब अस्पतालों में भी देखने को मिल रहा है। डॉ. राधाकृष्णन मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में मंगलवार को कम ही मरीज पहुंच पाए। कारण यह रहा कि ज्यादातर निजी बसें बंद रहीं, इससे मरीज अस्पताल ही नहीं पहुंच पाए। डॉ. राधाकृष्णन मेडिकल कॉलेज हमीरपुर की मेडिसिन ओपीडी, गायनी ओपीडी, ऑर्थो ओपीडी के बाहर रोजाना लंबी कतारें लगी रहती हैं लेकिन मंगलवार को किसी भी ओपीडी के बाहर कतार नहीं लगी थी। बहुत कम मरीज अस्पताल पहुंचे थे। पूर्व में कई बार बसों की हड़ताल हुई।
ऐसे में मरीज टैक्सियां करके या अपने वाहनों में अस्पताल तक पहुंच जाते थे लेकिन इस बार मजबूरी ऐसी है कि टैक्सियों और अपने वाहनों में भी पेट्रोल नहीं है। ऐसे में आने जाने की खासी दिक्कत हो गई है। वहीं, अस्पताल में क्रस्ना लैब में जिलाभर की पीएचसी व सीएचसी के सैंपल जांच के लिए आते हैं लेकिन कई जगह मरीज अस्पताल ही नहीं पहुंच पाए। इससे वहां सैंपलिंग ही नहीं हो पाई। हालांकि, जिन जगह पर सैंपलिंग हुई वहां पर कंपनी के अपने वाहनों में सैंपल पहुंचाए गए। मेडिकल कॉलेज हमीरपुर की ऐसे रोजाना ओपीडी 1600 के करीब रहती है लेकिन मंगलवार को यह ओपीडी 900 के करीब रही। इस बारे में मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. रमेश भारती ने कहा कि अस्पताल में कभी अधिक मरीज पहुंंचते हैं तो कभी कम भीड़ भी होती है।