
कंपनी प्रबंधन और एसजेवीएन के खिलाफ लगाए नारे
रजनीश शर्मा | हमीरपुर
शनिवार को नादौन के धौलासिद्ध में निर्माणाधीन हाइडल प्रोजेक्ट के मजदूरों ने रित्विक कंपनी में कार्यरत मजदूरों ने गेट मीटिंग की और रित्विक कंपनी प्रबंधन और एसजेवीएन प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
प्रदर्शन को सीटू के राष्ट्रीय सचिव डा. कश्मीर सिंह ठाकुर व हिमाचल भवन सडक़ निर्माण मजदूर यूनियन के राज्य अध्यक्ष जोगिंदर कुमार ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि जिला हमीरपुर में एकमात्र हाइडल प्रोजेक्ट में मजदूरों को न्यूनतम वेतन, सैलरी स्लिप, ओवरटाइम, बोनस, आवश्यक सुरक्षा उपकरण, सफाई व पीने के पानी की व्यवस्था तक नहीं है।
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जो भी श्रम कानून के तहत मिलने वाली सुविधाएं हैं, वह नहीं दी जा रही हैं और श्रम कानून का धड़ल्ले से मजाक उड़ा2या जा रहा है। इससे पहले भी कंपनी में कार्यरत मजदूरों ने संगठित होकर आंदोलन किया था और श्रम कानून के तहत मिलने वाली सुविधाओं जैसे न्यूनतम वेतन, ओवरटाइम, हाजरी कार्ड, सैलरी स्लिप, बोनस, छुट्टियों के लाभ, पीने के पानी की सुविधाएं शैड, जूते व सेफ्टी किट जैसी मूलभूत सुविधाओं को लेकर संघर्ष किया था।
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उन्होंने बताया कि यूनियन कंपनी प्रबंधन और केंद्रीय श्रम अधिकारी के साथ चंडीगढ़ में संयुक्त रूप पर समझौता हुआ है, जिसमें कंपनी ने लिखित तौर पर कहा है कि वह श्रम कानून के दायरे में आने वाली सुविधाओं को मजदूरों को दिया जाएगा।
गेट मीटिंग में ये रहे शामिल
आज की गेट मीटिंग में सीटू के राष्ट्रीय सचिव डॉ काश्मीर सिंह ठाकुर, हिमाचल प्रदेश भवन, सड़क एवं अन्य निर्माण यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष जोगिंदर कुमार, ज़िला महासचिव रंजन शर्मा, यूनियन की स्थानीय इकाई के अध्यक्ष नवीन ठाकुर व 400 से ज़्यादा मज़दूर शामिल हुए।