
Hamirpur/ Pol Khol News
हिडिंबा देवी मंदिर एक प्राचीन गुफा मंदिर है, जो भारतीय महाकाव्य महाभारत के भीम की पत्नी हिडिंबा देवी को समर्पित है। ये मंदिर मनाली का सबसे लोकप्रिय मंदिर है, जिसे ढुंगरी मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। चलिए आपको इस मंदिर के बारे में कुछ दिलचस्प बातें बताते हैं।
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू के पास मनाली में स्थित हिडिंबा देवी मंदिर है, जिसका इतिहास पांडवों से जुड़ा हुआ है। मनाली में घूमते हुए आपने जरूर इस मंदिर को देखा होगा और थोड़ा बहुत ही इस मंदिर के बारे में जानते होंगे। आज हम आपको इस मंदिर के इतिहास से रूबरू कराने वाले हैं। आपको बता दें, हिडिंबा देवी मंदिर एक प्राचीन गुफा मंदिर है, जो भारतीय महाकाव्य महाभारत के भीम की पत्नी हिडिंबा देवी को समर्पित है। ये मंदिर मनाली का सबसे लोकप्रिय मंदिर है, जिसे ढुंगरी मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। चलिए आपको इस मंदिर के बारे में कुछ दिलचस्प बातें बताते हैं।
हिडिम्बा मंदिर का इतिहास
हिडिम्बा देवी की पौराणिक कहानी
हिडिंबा देवी मंदिर के बारे में अन्य रोचक जाकारी
हिडिम्बा देवी मंदिर की पहली खासियत यही है कि मंदिर को पैगोडा शैली में बनाया गया है, जिसकी वजह से ये सामान्य मंदिरों से काफी अलग है। ये मंदिर लड़की से बनाया है और इसमें चार छतें हैं। हिडिम्बा देवी मंदिर 40 मीटर ऊंचे शंकु के आकार का है और मंदिर की दीवारें पत्थरों से निर्मित हैं। मंदिर के दीवारों पर खूबसूरत नक्काशी भी हो रखी है। मंदिर में एक लड़की का दरवाजा भी है, जिसके ऊपर देवी, जानवरों आदि की छोटी-छोटी पेंटिंग है।
हिडिम्बा देवी मंदिर महोत्सव
हर साल यहां बहुत बड़ा महोत्सव किया जाता है। श्रावण के महीने में इस मंदिर के पास उत्सव का आयोजन अच्छे से होता है। कहते हैं कि इस उत्सव को राजा बहादुर सिंह की याद में मनाया जाता है। कहा जाता है कि ये मेला धान की रोपाई पूरी होने की बाद लगाया जाता है। स्थानीय लोगों के अनुसार, मंदिर को 500 साल पुराना है।
हिडिंबा मंदिर कैसे पहुंचे
हवाईजहाज से : हडिंबा मंदिर का पास का हवाई अड्डा 52.5 किमी दूर भुंतर में कुल्लू-मनाली हवाई अड्डा है। हवाई अड्डे से, आप मंदिर तक पहुंचने के लिए कार या टैक्सी किराए पर ले सकते हैं जिसमें आपको लगभग 2 से 2.5 घंटे लगेंगे।
रेल द्वारा : जोगिंदर नगर रेलवे स्टेशन 165.3 किमी की दूरी पर हडिंबा मंदिर का पास का स्टेशन है। वैकल्पिक रूप से, लोग चंडीगढ़ (317.6 किमी) और अंबाला (337.4 किमी) रेलवे स्टेशनों को पसंद करते हैं।
सड़क द्वारा : दिल्ली से मनाली के लिए रोजाना कई बसें चलती हैं। मनाली उत्तर भारत के प्रमुख शहरों से बस परिवहन के माध्यम से जुड़ा हुआ है। राज्य सीटर बसों से लेकर निजी संचालकों के सेमी-स्लीपर्स तक आपको हर तरह की सीटें मिल जाएंगी।